वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
Victory towards the partner of Girija, the compassionate Lord. He constantly guards and nurtures his devotees and kids. Using a crescent moon adorning his forehead, And earrings made from snakes’ hoods.
O Lord! I beseech Your assistance and seel your divine blessing at this incredibly moment. Conserve and safeguard me. Destroy my enemies with all your Trishul. Launch me within the torture of evil feelings.
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। shiv chalisa lyricsl विद्या shiv chalisa in hindi बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख shiv chalisa in hindi हरहु हमारी॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
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